*दुखभरी कहानी सरकार भी सुने 👉👉👉👉👉👉👉क्वॉरेंटाइन सेंटर में 8 साल की बेटी गंवा चुके परिवार का दर्द,,,,, न्याय की गुहार*

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क्वॉरेंटाइन सेंटर में सांप के काटने से 6 साल की नन्ही बिटिया की मृत्यु हुई उसके परिवार को न न्याय मिला और न मुआवजा

ज्ञात हो कि जनपद नैनीताल के अंतर्गत बेतालघाट विकासखंड के तल्ली सेठी गांव के एक परिवार ने स्कूल में क्वॉरेंटाइन के दौरान अपनी 6 वर्षीय लाडली खो दी

दिल्ली से लौटे इस परिवार को प्राइमरी स्कूल में क्वॉरेंटाइन किया गया था। यहां सांप के काटने से इनकी 6 वर्षीय बिटिया की मृत्यु हो गई

कहानी यह है कि 👉 उक्त परिवार इस बिटिया के पिता महेंद्र सिंह रावत का दिल्ली से आंतों का ऑपरेशन के बाद चेकअप करा कर घर लौटा था। यह परिवार अपने गांव तल्ली सेठी से कुछ दूरी पर खोला तोक मैं बने अपने मकान में चले गया। यह तोक सेठी धारकोट ग्राम पंचायत की सरहद में आता है।

जब वे लोग इस घर में रहने लगे सेठी धारकोट ग्राम सभा के प्रधान सहित अन्य लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। महेंद्र सिंह के बड़े भाई खीम सिंह रावत बताते हैं कि उनके परिवार के साथ इस ग्राम सभा के लोगों ने बहुत ही दुर्व्यवहार किया। इस सारे मामले में वहां के पटवारी तथा पंचायत सेक्रेटरी का भी अच्छा व्यवहार नहीं रहा।

3 दिन अपने मकान पर रहने के बाद यह परिवार जिसमें स्वयं खीम सिंह ,2 महिलाएं तथा 3 बच्चे शामिल हैं, प्राइमरी स्कूल में शिफ्ट किए गए और यहीं क्वॉरेंटाइन किए गए।

स्कूल में क्वॉरेंटाइन रहने के छठे दिन 6 वर्षीय बिटिया को सांप ने डंस दिया और उसकी मृत्यु हो गई।

खीम सिंह बताते हैं कि जब वह बिटिया को पोस्टमार्टम के लिए नैनीताल ले गए और फिर रात्रि निवास के लिए तल्ली सेठी स्थित अपने मकान पर लाए उस दिन उनका परिवार खोला तोक स्थित मकान पर चला गया था। ऐसी दुखद वेदना झेल रहे परिवार का सहयोग देने के बजाय सेठी धारकोट के लोगों ने इनके परिवार का विरोध जारी रखा और अशोभनीय व्यवहार किया।

इस परिवार के ऊपर टूटे दुख के पहाड़ के प्रति प्रशासन के लोगों का भी सहानुभूति पूर्ण व्यवहार नहीं दिखा।

बड़े सवाल?👇

खीम सिंह और परिवार के अन्य सदस्यों का कहना है कि👉 जब उनके पास एकांत में अपना घर था जो कि पूरी तरह खाली था। ऐसे में उन्हें उसी घर में क्वॉरेंटाइन रहने की इजाजत क्यों नहीं दी गई। स्कूल की बदहाल स्थितियों में उन्हें क्वॉरेंटाइन किया गया और इतनी बड़ी दुखद घटना हो गई। इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

उन्होंने यह भी प्रश्न उठाया कि क्या परिवार को मुआवजा नहीं मिलना चाहिए?

साथ ही जो लोग जिम्मेदार हैं उन्हें दंड नहीं दिया जाना चाहिए? खीम सिंह सेठी धारकोट के प्रधान तथा पटवारी एवं ड्यूटी पर तैनात शिक्षक और पंचायत सेक्रेटरी पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं

परिवार ने निवेदन किया है कि उनके साथ न्याय किया जाए तथा मुआवजा भी दिया जाए।

सचमुच इस बेदना को झेल रहे परिवार के साथ न्याय होना चाहिए तथा उचित मुआवजा भी दिया जाना चाहिए

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