डेंगू मामले पर महामहिम राज्यपाल आज फिर हुई शख्त। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे को किया तलब।
जहां एक और महामारी का रूप ले चुके दंगों के प्रकोप को रोकने के लिए हमारा नगर निगम कुछ उपाय करता नहीं दिख रहा वहीं इस विषय में महामहिम राज्यपाल की नाराजगी कुछ उम्मीद बंधती दिख रही है।
ज्ञात हो कि कल ही महामहिम राज्यपाल ने स्वास्थ्य सचिव को तलब कर डेंगू की रोकथाम पर गंभीरतापूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए थे।
आज पुनः महामहिम द्वारा नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे को तलब किया गया। उन्होंने नगर आयुक्त से डेंगू की रोकथाम के लिए नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली।
महामहिम ने निर्देश दिया कि योजनाबद्ध तरीके से वार्ड में नियमित फागिंग कराई जाए साथ ही विशेष टीमें बनाकर एक संपूर्ण वार्ड में एक ही दिन में एक साथ फागिंग कराने की व्यवस्था की जाए । राजधानी की जाए।
महामहिम ने कहा कि कूड़ा प्रबंधन में हीला- हवाली न बरती जाए इससे बीमारियों का खतरा रहता है।
विनय शंकर पांडे ने राज्यपाल को बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 112 के माध्यम से जो शिकायतें प्राप्त हो रही हैं उनको सफाई निरीक्षक द्वारा तत्काल निस्तारित कराने की व्यवस्था की जा रही है।
नगर आयुक्त ने जो तस्वीर महामहिम के सामने रखी उससे लग रहा है कि सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है। उनके अनुसार मार्च से नगर निगम द्वारा लगातार फागिंग कराई जा रही है और फागिंग ईधन पर ₹63 लाख से अधिक की राशि खर्च की जा चुकी है।
नगर आयुक्त ने कहा कि वार्डवार नियमित फागिंग कराई जा रही है। आयुक्त द्वारा दी गई यह जानकारी सरासर झूठ है। जबकि नगर निगम की लापरवाही और सुस्त चाल से सारे महा नगरवासी त्रस्त हैं और आक्रोशित हैं।