उत्तराखंड सरकार ने बसों का किराया बढ़ाकर मजबूर लोगों की जेब पर डाका डाला है, यह कहना है प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव कवींद्र इस्टवाल का
उन्होंने कहा कि बसों में वही लोग सफर करते हैं जो मजबूर हों और अन्य वाहनों में किराए पर बड़ी धनराशि खर्च न कर सकते हों
उन्होंने इस ओर भी ध्यान आकृष्ट किया कि सरकार के इस फैसले के बाद आज अधिकांश अखबारों की सुर्खियां रहा कि देहरादून से दिल्ली जाना हवाई जहाज में सस्ता और वोल्वो बसों में महंगा हुआ,, आखिर ऐसे जुमले तैयार कराके सरकार की सलाहकार समिति करना क्या चाहती है?
कांग्रेस सचिव का कहना है कि एक ओर जहां सरकार प्रवासियों और मजदूरों को बिना किराया लिये घरों तक छोड़ने की बात कर रही है तथा लोगों को सुविधाएं प्रदान करने की बात कर रही है, वहीं इस प्रकार किराया बढ़ाकर गरीब मजबूरों की जेब पर डाका डालना कहां तक वाजिब है