संविधान दिवस की 70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के अंतर्गत हे0 न0 ब0 गढ़वाल विश्वविद्यालय के स्वामी मनमंथन ऑडिटोरियम में आयोजित किये जाने वाले इंस्पायर प्रोग्राम में भाग लेने वाले छात्रों को संविधान की प्रस्तावना के वाचन के साथ उन्हें मूल कर्तव्यों के पालन की शपथ दिलाई गई । इस कार्यक्रम में राज्य के 7 जनपदों के 36 विद्यालयों के मेधावी 342 छात्र – छात्राएं भाग ले रहे हैं । वर्ष भर चलने वाले इस कार्यक्रम के बारे में राज्य समन्वयक प्रोफेसर एम0 एम0 सेमवाल ने विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि आप लोग चाहें बैज्ञानिक बनें, इंजीनियर बने या डॉक्टर बने अथवा भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाएँ , यह बात अवश्य ध्यान में रखें कि आप एक सवेंदनशील, सजग अपने दायित्वों के प्रति निष्ठावान नागरिक अवश्य बने ।
प्रोफेसर सेमवाल ने कहा कि एक जागरुक और चेतनशील नागरिक के रूप में हमे अपने देश की शासन व्यवस्था और उसकी कार्य प्रणाली को जानना आवश्यक है। हमारा संविधान समाज की आत्मा भी है और उसका दर्पण भी है। उन्होंने ने कहा कि हमारा संविधान एक पवित्र दस्तावेज है।
कर्तव्यों की प्रतिज्ञा आयोजन समिति के सदस्य प्रोफेसर सीमा धवन द्वारा दिलवाई गई. साथ ही प्रोफेसर धवन ने मौलिक कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यक्रम का संचालन समिति के सदस्य प्रोफेसर महावीर सिंह नेगी ने किया । डॉक्टर जेपी भट्ट द्वारा सभी का आभार ब्यक्त किया गया. इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष भूविज्ञान प्रोफेसर वाई.पी.सुन्द्रियाल, डॉक्टर भूपेंद्र भंडारी, डॉ0अलोक शेखर बहुगुणा, डा० गिरिश भटृ, गोरव डिमरी के साथ हीं विभिन्न विद्यालयों के टीम प्रभारी भी उपस्थित थे.