बेरोजगारों में रोष
उत्तराखंड में सहकारी बैंकों के 442 पदों पर परीक्षा हेतु 17 वर्ग 19 जून को परीक्षा कराई जा रही है । इन पदों के सापेक्ष बड़ी संख्या में (लगभग 57000 ) बेरोजगारों ने आवेदन किए हैं। उक्त ऑनलाइन परीक्षा संपन्न कराने का जिम्मा आई बी पी एस को दिया गया है।यह संस्थान इतनी बड़ी संख्या में परीक्षार्थियों की परीक्षा प्रदेश में कराने में असमर्थ है। अतः अधिकांश परीक्षा केंद्र नोएडा दिल्ली मेरठ गाजियाबाद आदि बड़े शहरों में रखे गए हैं ।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि परीक्ष संपन्न कराने हेतु हाईटेक कंप्यूटर सेंटर की आवश्यकता है। परीक्षा संपन्न कराने का ज़िम्मा आईबीपीएस संस्थान ( इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंक पर्सन सलेक्शन) को दिया गया है जिसके माध्यम से समय-समय पर बैंकिंग परीक्षाएं संपन्न कराई जाती हैं।
उक्त संस्थान प्रदेश के मात्र 4 शहरों में ही सुसज्जित कंप्यूटर लैब के माध्यम से परीक्षा संपन्न कराने में सक्षम है । यह शहर देहरादून, रुड़की , हरिद्वार तथा हल्द्वानी हैं। इन केंद्रों में 1 दिन में मात्र 3000 परीक्षार्थी पेपर दे पाएंगे । परीक्षा दो दिन 17 व 19 जून को कराई जाएगी। इस प्रकार कुल 6000 अभ्यर्थी ही प्रदेश के परीक्षा केंद्रों में पेपर दे पाएंगे। शेष परीक्षार्थियों हेतु उत्तराखंड से बाहर नोएडा मेरठ गाजियाबाद तथा दिल्ली आदि बड़े शहरों में सेंटर बनाए गए हैं । परीक्षा संपन्न कराने हेतु समस्त संसाधनों की व्यवस्था आईबीपीएस संस्थान की रहेगी।
उक्त समस्त विवरण विज्ञप्ति में दिया गया था । यह विवरण पढ़ने के बाद ही 57000 से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए।
अधिकांश परीक्षा केंद्र दूरस्थ शहरों में बनाए जाने के कारण बेरोजगारों में भारी रोष है तथा वह समय-समय पर इसका विरोध कर रहे हैं। कुछ की मांग है कि माननीय सहकारिता मंत्री जी इस विषय में दखल दें तथा समस्त परीक्षा केंद्र उत्तराखंड में ही निर्धारित किए जाएं।