कैबिनेट बैठक इन पर लगी मुहर
चार धाम विकास के लिए साइन बोर्ड को कैबिनेट की मंजूरी। इसके अधीन 51 मंदिर होंगे।पुजारियों के हक हकूक को सुरक्षित रखा जाएगा इसके लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता तथा चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में दो कमेटियां गठित की गई।
अप्रैल 2020 में उत्तराखंड में वैलनेस समिट का आयोजन किया जाएगा जिसमें प्रधानमंत्री भाग लेंगे और देश-विदेश के प्रतिनिधि आएंगे
19 आईटीआई जो अलग-अलग परिषदों में थे उन्हें मर्ज किया गया उनकी जगह 9 आईटीआई होंगे
-कैलाश खेर का भुगतान करेगी सरकार 1 करोड़ 67 लाख का होगा भुगतान केदारनाथ पर कैलाश खेर ने एपिसोड किया था तैयार
-4 सूगर चीनी मिल को 1 प्रतिशत टैक्स माफ
-परेड ग्राउंड के पास नजूल भूमि पर 3 हजार वर्ग मीटर पर बनेगा दून लाइब्रेरी
-भूत पूर्व मुख्यमंत्रीयो को मिलने वाली सुविधाओं के नाम पर मुख्यमंत्रीयो से 25 प्रतिशत ज्यादा लिया जाएगा बकाया
सरकारी अधिकारियों को मिलने वाली सुविधा से 25 प्रतिशत लिया जाएगा बकाया
कैबिनेट के निर्णय से हाईकोर्ट के आधार पर तय भुगतान से कम भुगतान करेंगे पूर्व मुख्यमंत्री
-हाई स्पीड डीजल के लिए 20 साल के लिए मिलेगा लाइसेंस पहले एक साल के लिए मिलता था लाइसेंस।
-उत्तराखंड चार धाम श्राइन बोर्ड का सीईओ वरिष्ठ आईएएस अधिकारी होगा बोर्ड के अध्य्क्ष मुख्यमंत्री होंगे मुख्यमंत्री मुश्लिम होने पर वरिष्ठ हिंदू कैबिनेट मंत्री बोर्ड के अध्यक्ष होंगे
-2020 वेलनेस समिट का आयोजन किया जाएग देहरादून में किया जाएगा आयोजन
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वेलनेस समिट में करेंगे शिरकत 2 दिन तक चलेगी समिट 25 करोड़ रुपये से वेलनेस समिट
-उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री खुद चुकाएंगे इनकम टैक्स विधेयक को कैबिनेट ने दी मंजूरी विधान सभा सत्र में विधेयक पर लगेगी मुहर
-19 आईआईटी को किया गया विलयी करण 19 आईआईटी से मिलकर बनाई गई 9 आईआईटी
-बंद पड़ी गदरपुर और सितारगंज चीनी मिल में से एक मील को किया जाएगा शुरू सरकार भूमि का उपयोग कर दोनो मिलो का बकाया करेगी चुकता
-उत्तराखंड मदरसा आधुनिकीकरण बोर्ड की नियमावली को मंजूरी
कम छात्रों संख्या वाले बंद किये गए स्कूलों में आंगनबाड़ी केंद्र चलाने को मंजूरी 301 बंद पड़े विद्यालयों में चलेंगे आंगनबाड़ी केंद्र आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्ताह में दो दिन छात्रों को 2 अंडे और 2 केले देने को मंजूरी
-भवनहीन विद्यालयों को बैम्बो भवन बनाने को मिली हरी झंडी
5000 से ज्यादा भवनहीन और जर्जर विद्यालयो बैम्बो भवन से बनें