रात का जलजला याद कर आंखें डबडबाती रही। 3 कमरे की बिल्डिंग में गुजारी रात 13-14 आपदा प्रभावित परिवारों ने

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बीते 8 अगस्त की रात्रि को जनपद चमोली के अंतर्गत देवाल विकासखंड में स्थित फल्दिया गांव के ऊपर बादल फटा था जिससे गांव के 13-14 परिवारों ने भागकर अपनी जान बचाई। लोग बेघर हो गए। 9 तारीख को जिला प्रशासन इनकी मदद के लिए आगे आया। इन बेघर हुए परिवारों को जैन बिष्ट नामक स्थान पर स्थित आयुर्वेदिक हॉस्पिटल की तीन कमरों वाली बिल्डिंग में ठहराया गया। यहीं इनके खाने पीने की व्यवस्था की गई । प्रशासन द्वारा लोगों को दो-दो कंबल व गद्दे, चद्दर इत्यादि उपलब्ध कराए गए। आज इनके लिए पहनने के कपड़े भी लाए गए हैं। पहली राहत राशि के रूप में कल प्रति परिवार ₹38 सौ की राहत राशि (चेक) भी वितरित की गई।

लगभग 11 परिवार ऐसे हैं जिनके मकान पूर्णरूपेण टूट गए हैं या बह गए। 2-3 के मकानों को आंशिक क्षति हुई है । जिनके मकान पूर्ण क्षतिग्रस्त हैं उन्हें आज 1-1लाख ₹ की मुआवजा राशि वितरित की जाएगी। इसी प्रकार आंशिक क्षति वालों को भी कुछ राहत राशि दी जाएगी। कानूनगो सुजान सिंह नेगी व अन्य प्रशासनिक कर्मचारी राहत शिविर में सारी व्यवस्थाएं देख रहे हैं। प्रभावितों ने सब कुछ खो दिया है। ना रहने को मकान, न पहनने को कपड़े , न जमा पूंजी बची , न बर्तन- भांडे।


दुखी मन सुबह-सुबह इन्हें वहां ले गया जहां उनके आशियाने थे । वहां इधर-उधर टटोलते रहे कि कुछ तो बचा होगा परंतु कुछ हाथ नहीं लगा । इनके खेत खलिहान व पशु भी बह गए हैं। 13-14 परिवारों की महिलाएं बच्चे वह पुरुषों समेत लगभग 45 लोगों ने तीन कमरों की बिल्डिंग में रात गुजारी है । इनमें से लगभग 11 परिवार तो ऐसे हैं जिनके मकान पूरी तरह टूट गए या उनके निशान भी मिट गए। इन्हें प्रशासन द्वारा टेंट उपलब्ध कराए गए।

यहां सिर्फ प्रशासनिक सहायता से राहत नहीं मिल पाएगी बल्कि सक्षम लोगों, कंपनी, ग्रुप व संस्थाओं अथवा संस्थानों को इनकी मदद को आगे आना होगा।

🙏🙏करवद्ध प्रार्थना है कि आपदा प्रभावितों की मदद के लिए अवश्य आ गया है🙏🙏

प्रभावित परिवारों के मुखिया —
दलबीर राम , कुंती देवी, नंदन , महिपाल राम , गोपाल राम , बलबीर राम , हीरा राम , रमेश राम, रमा देवी , मुन्नी देवी , कुंदन सिंह , लक्ष्मण सिंह

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