पर्यावरणविद् स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा की याद में श्रद्धांजलि सभा आयोजित
देश व उत्तराखंड के प्रख्यात पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता पद्म श्री स्वर्गीय श्री सुन्दर लाल बहुगुणा जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु वी◦ च◦ सि◦ ग◦ उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो◦ अजीत कुमार कर्नाटक जी की प्रेरणा व पहल पर वानिकी महाविद्यालय, रानीचौरी के बेसिक एवं सोशल साइंसेज विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ◦ एस◦ पी सती द्वारा दिनांक 29 मई को ऑनलाइन माध्यम से एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा में बहुगुणा जी के करीब रहे टिहरी जिले के वरिष्ठ पत्रकार महिपाल सिंह नेगी जी ने उनके जीवन पर एक शोध परक और सिलसिलेवार विस्तृत वृतांत प्रस्तुत किया।
इस व्याख्यान में उन्होंने बहुगुणा जी के सुप्रसिद्ध चिपको आंदोलन के संघर्षों, टिहरी बाँध के विरोध कार्यक्रमों के अतिरिक्त उनके जीवन और व्यक्तित्व के अन्य पहलुओं से भी अवगत कराया जिसमे उनके बाल्यकाल व किशोरावस्था से जुड़े सामाजिक संघर्षों, 1948 के दौरान उनकी अल्पकालीन राजनैतिक यात्रा तथा चिपको आंदोलन से पहले क्षेत्र में उनके द्वारा संचालित भूदान, वनश्रमिक, दलित उत्थान व शराबबंदी जैसे सामाजिक व पर्यावण सम्बन्धी आंदोलनों पर भी प्रकाश डाला।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो कर्नाटक व कार्यक्रम के संचालक डॉ◦ सती ने बहुगुणा जी से सम्बंधित अपने अनुभवों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अतिरिक्त ऑनलाइन सभा मे उपस्थित नानाजी देशमुख पशु चकित्सा विश्वविद्यालय जबलपुर के पूर्व कुलपति प्रो◦ पी डी जुयाल, हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे बी पचौरी, औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार डॉ◦ चंदेश्वर तिवारी, निदेशक शोध डॉ◦ अमोल वशिष्ठ, निदेशक शैक्षणिक डॉ◦ अरविन्द बिजल्वाण ने भी अपने अपने विचार व्यक्त कर स्वर्गीय श्री बहुगुणा जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने बहुगुणा जी के द्वारा प्रेषित हिमालय नियोजन नीति के क्रियान्वयन के प्रति अपनी सहमति जताई साथ ही भविष्य में विश्वविद्यालय स्तर पर हिमालयी पर्यावरण, वानिकी, औद्यानिकी, कृषि,सामाजिक विज्ञान जैसे क्षेत्रों को जोड़कर बहुविषयक शोध व प्रसार कार्यक्रमों को चलाने पर बल दिया। सभा में वानिकी विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षक व छात्रों के अतिरिक्त पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय, मथुरा के कुलपति प्रो◦ जे के सिंह, राज्य के विशिष्ट चिकित्सक डॉ महेश भट्ट, प्रो◦ ऐस के पुरोहित, प्रो◦ एम एम सेमवाल , डॉ◦ मीना सेमवाल, डॉ◦ डी ऐस रावत, प्रो◦ वरुण जोशी, डॉ◦ दिनेश बडोनी, डॉ◦ विक्रम बर्थवाल आदि ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया तथा बहुगुणा जी के जीवन मूल्यों, समाज व पर्यावण से जुड़ी उनकी विचारधाराओं को युवा पीढ़ी के बीच जागृत रखने के लिए विश्वविद्यालय व महाविद्यालय स्तर पर इस प्रकार के कार्यक्रमों का भविष्य मे भी संचालन करने का अनुमोदन किया।