*खबर 👉👉👉👉👉👉👉👉 राज्य में वोटिंग हेतु 623 पोलिंग बूथ बढ़ाए गए,,,,,, मतदान का समय भी बढ़ा,,,,, देखिए विस्तृत जानकारी*

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मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त राजीव कपूर, अनूप चंद्र पांडे आयोजित प्रेस कॉन्फस में कहा कि कुछ राजनीतिक दलों ने कहा है कि चुनाव निष्पक्ष हो जिसमें निम्न बातों का ध्यान रखा जाए- सरकारी महकमे की उचित सुविधाएं मिले, शराब की वजह से जो चुनावी माहौल बिगड़ता है उसमें पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए, चुनाव पर होने वाले खर्च को सीमित किया जाए, कोविड-19 चलते दूर-दराज में पोलिंग का समय बढ़ाया जाए, ईवीएम का प्रचार प्रसारण हो सांप्रदायिक तथा भड़काऊ भाषण पर रोक लगे

इस विषय में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 6 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई है नए वोटरों को प्रोत्साहित करना और दिव्यांगों वोटर के अलावा 80 साल से अधिक की उम्र दराज वोटरों को सहूलियत दी जाए जाए इस पर चर्चा की गई महिलाओं का पंजीकरण विकलांग औरतों का पंजीकरण और ट्रांसजेंडर का अधिक से अधिक पंजीकरण हो।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि राज्य में 83.4 नाक कुल वोटर्स है, इस बार 1.9 लाख नए वोटर हैं , 66 हजार 648 दिव्यांगजन, 1लाख 43543 वोटर 80 साल से ऊपर के तथा 93 हजार नौकरी पेशा वोटर बहार हैं।

सुशील चंद्र ने कहा कि इस बार पोलिंग परसेंटेज बढ़ेगा 5 बोलिंग वह दिव्यांग जनों के लिए अलग से होंगे 80 वर्ष से ऊपर वाले बुजुर्गों के लिए पोस्टल बैलट मिलेंगे अगर कोई पोलिंग बूथ पर नहीं आ पाते हैं तो उनके घर जाकर उनसे वोट किया जाएगा निर्वाचन आयोग की टीमें घर-घर जाएंगी दिव्यांग जनों के लिए हर पोलिंग बूथ में व्हीलचेयर की व्यवस्था होगी दिव्यांग जनों के लिए 66 हजार 700 वालंटियर होंगे मदद करने के लिए।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कोविड के कारण जहां पहले एक पोलिंग बूथ में 1500 लोग वोटिंग करते थे उसे घटाया गया है अब एक पोलिंग बूथ पर 1200 लोग ही वोट दे पाएंगे। जिससे अब उत्तराखंड में 623 पोलिंग बूथ बढ़ जाएंगे। इस बार राज्य में कुल 11, 447 मतदान केंद्र होंगे, 100 पोलिंग बूथ महिलाओं के लिए अलग से होंगे जिनमें सभी महिला कर्मचारी होंगी, सर्विस वोटर यानी फौजी लोगों के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमीटर बैलेट वोटिंग तैयार किए जा रहे हैं सभी पोलिंग बूथ कोविड-19 से सुरक्षित रहेंगे था मतदान के लिए 1 घंटे का भी समय बढ़ाया गया है

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