वन भूमि को ग्रामीण पहुंचा रहे क्षति, अतिक्रमण कर यहां बना रहे मकान
जहां एक तरफ संपूर्ण विश्व कोरोना महामारी से ग्रस्त है और इसके निजात के लिए हमारे देश में सभी वैज्ञानिक एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा इस कोविड 19 वेक्सीन के लिए गहन प्रयास किए जा रहे हैं, वही रुद्रप्रयाग के विकासखंड जखोली अंतर्गत ग्राम पंचायत गेंठाणा के ग्रामीणों द्वारा वन भूमि को बहुत भारी क्षति पहुंचाने के साथ-साथ वन भूमि में कब्जा कर वहां पर आवासीय भवन बनाने का कार्य कर केंद्र एवं राज्य सरकार के कोरोना माहामारी के प्रसार की रोकथाम हेतु लॉक डाउन जैसे विशेष प्रयासों की भी जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है,
बताया जा रहा है कि यहां के 30 और 40 परिवारों के द्वारा वन भूमि में कई जीवित वृक्षों को काटकर उन्ही से ही अपने लिए प्रथक प्रथक स्थानों में सीमांकन कर कई हेक्टेयर वन भूमि को कब्जा कर लिया गया है । हद तो तब हो गई जब पूर्व में बधाणी ताल में मेले में कई बार मुख्य अतिथियों के आगमन हेतु मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के आगमन के लिए एवं आपदा की दृष्टि से बनाए गए बहुत ही महत्वपूर्ण हेलीपैड और उसके आसपास की भी भूमि एक काश्तकार द्वारा कब्जा किया गया है गौरतलब है कि वन विभाग एवं राजस्व विभाग की स्थानीय इकाइयों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा इसकी सूचना भी दी जा चुकी है । जिसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई अन्य स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन द्वारा तत्काल अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही नहीं की गई तो वन भूमि को बहुत क्षति होने के साथ-साथ अतिक्रमणकारियों की संख्या में भी भारी इजाफा हो जाएगा अतः इसे तत्काल रोकने की मांग की गई है ।