आखिरकार मध्यप्रदेश में राजनैतिक उथल-पुथल का परिणाम सामने आया
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा दिया
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने निकले कमलनाथ
बेहद भावुक होकर कमलनाथ ने कहा कि कुछ महाराजाओं और 22 लोभियों ने उनके साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी से भेदभाव नहीं किया न कि भी किसी को परेशान किया मैंने मूल्यों की राजनीति की है।
लगभग 15 माह चली कमलनाथ की सरकार
15 वर्षो बाद लौटी थी कांग्रेस मध्यप्रदेश में और 15 माह में चली गई
11 दिसंबर 2018 को मध्यप्रदेश विधानसभा के परिणाम आए जिसमें 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री ने शपथ ली 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई गई
और आज 20 मार्च को मुख्यमंत्री का स्थाई इस्तीफा
खबर आ रही है कि सभी कांग्रेसी विधायक दे सकते हैं इस्तीफा, ऐसे में मध्यावधि चुनाव की स्थिति बनती है