संस्कृत शिक्षा निदेशक एस. पी. खाली आज फिर एक्शन में दिखे। सुबह – सुबह संस्कृत शिक्षा निदेशालय में अधीनस्थ अधिकारियों से मीटिंग समाप्त कर सीधे देहरादून के सारथी विहार स्थित प्रदेश के एकमात्र संस्कृत प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे। विद्यालय पहुंच कर उन्होंने कक्षाओं में चल रही शैक्षणिक गतिविधियों का जायजा लिया। उत्तराखंड के एकमात्र प्राथमिक संस्कृत विद्यालय की स्थिति को देख उन्होने इसे अधिक गुणवत्ता युक्त बनाने के निर्देश दिये। विद्यालय में संस्कृतमय वातावरण बनाने तथा छात्र- छात्राओं को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए उन्होंने प्रधानाचार्य एवं शिक्षिकाओं को निर्देश भी जारी किये। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक – शिक्षिकाएं तथा छात्र – छात्राएं संस्कृत भाषा और संस्कृत वेशभूषा को अपने दैनिक आचरण में शामिल करें। विद्यालयों में भी संस्कृत शिक्षण को गुणवत्ता पूर्ण बनाने के लिए हर संभव प्रयत्न करें।
इससे पूर्व उन्होंने निदेशालय पहुंच कर अधिकारियों की मीटिंग ली और कहा कि निदेशलय स्तर पर भी कार्यालयीय पत्रव्यवहार संस्कृत भाषा में जारी किया जाय। तभी संस्कृत के राजभाषा के उद्देश्यों को पूरा किया जा सकता है।
दूसरी ओर उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सभी सरकारी एवं प्राइवेट विद्यालयों में सरकार द्वारा घोषित तीन से आठवीं कक्षा तक संस्कृत शिक्षण अनिवार्य रुप से पठन पाठन सुनिश्चित किये जाने हेतु समय – समय पर निरीक्षण किया जायेगा।
सरकारी माध्यमिक और बेसिक विद्यालयों में भी शिक्षण गतिविधियों की गुणवत्ता परीक्षण हेतु निरीक्षण किया जायेगा।