समाचार प्रतिनिधि पोर्टल द्वारा लगाये गये समाचार की अभी पुष्टि नहीं हुई है। पुष्टि होते ही अपडेट किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव के हस्ताक्षर सहित दो पत्र व्हाट्सएप पर हैं। प्रश्न यह है कि आखिर ऐसे पत्र बना कौन रहा है। ऐसे पत्र बनाने वाले पर सख्त से सख्त प्रशासनिक कार्यवाही की जानी चाहिए।