केंद्रीय गृह मंत्रालय भारत सरकार की 7 सदस्य टीम ने किया आराकोट क्षेत्र का निरीक्षण, हर संभव मदद का दिया भरोसा

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केंद्रीय गृह मंत्रालय भारत सरकार की 7 सदस्य टीम ने गुरुवार को आराकोट क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दल में संजीव कुमार जिंदल – संयुक्त सचिव आपदा प्रबंधन गृह मंत्रालय, थागलेमिलन – निदेशक वित्त मंत्रालय, विपुल कुमार श्रीवास्तव – निदेशक कृषि सहकारिता कृषक कल्याण, सुधीर कुमार – अधीक्षण अभियंता जल शक्ति मंत्रालय केंद्रीय जल आयोग, चंद्रशेखर – निदेशक ग्रामीण विकास मंत्रालय, सुनील जैन – निदेशक ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार, वीरेंद्र कुमार खेड़ा – मुख्य अभियंता सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय शामिल हैं।

उक्त केंद्रीय दल ने उत्तरकाशी जिले के सुदूरवर्ती मोरी तहसील के आराकोट , बंगाण, मलाना , मोल्डी गांव में अतिवृष्टि से हुए भारी नुकसान का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया तथा केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया। इसके उपरांत केंद्रीय टीम ने जिला स्तरीय अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक लेते हुए दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों की जानकारी ली।

जिलाधिकारी आशीष चौहान ने केंद्रीय दल को अतिवृष्टि से परिसंपत्तियों को हुए नुकसान का ब्योरा सौंपा। जिलाधिकारी ने बताया कि अतिवृष्टि से 95 हेक्टर भूस्खलन व 175 हेक्टेयर मलबा आने से कुल 270 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हुई है जिसमें 47 हेक्टेयर कृषि फसल व 128 हेक्टेयर बागवानी की क्षति हुई है। कुल अनुमानित लगभग नौ करोड़ 84 लाख का नुकसान आंका गया है।

टीम को सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने 1897 आपदा पीड़ित लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया व दवाईयां वितरित की जबकि आपदा से 27 लोग गंभीर घायल हुए जिनमें से 7 गंभीर घायलों को हेली सेवा से देहरादून भेजा गया और 20 को एंबुलेंस व 108 से सड़क मार्ग द्वारा हायर सेंटर भेजा गया ‌। आपदा से एलोपैथिक चिकित्सालय टिकोची वह उप केंद्र चीवां क्षति ग्रस्त हुए, कुल 1 करोड़ 90 लाख की परिसंपत्ति का नुकसान हुआ।

जल संस्थान की 29 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई जिनका अनुमानित नुकसान 2 करोड 13 लाख रुपया है। इसी प्रकार विद्युत विभाग के हाईटेंशन पोल सहित 610 कुल 8 ट्रांसफार्मर 34 किलोमीटर विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हुई जिसका अनुमानित नुकसान 2 करोड़ 68 लाख हुआ।

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