हर्षोल्लास के साथ खेली गई बग्वाल, ऐतिहासिक मेले के साक्षी बने हजारों लोग

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हर्षोल्लास के साथ खेली गई बग्वाल, ऐतिहासिक मेले के साक्षी बने हजारों लोग

रक्षाबंधन के अवसर पर उत्तराखंड के चंपावत जिले के देवीधूरा , बाराही धाम में ऐतिहासिक बग्वाल खेली गई। प्राचीन काल से चली आ रही यहां की एक स्थापित परंपरा के अनुसार मां बाराही धाम में श्रावणी पूर्णिमा रक्षाबंधन को यहां के स्थानीय लोग बग्वाल खेलते हैं।
खोलीखाड़ दुर्बाचौड़ मैदान में खेली गई ऐतिहासिक बग्वाल के 20,000 से अधिक लोग साक्षी बने। बग्वाल में चार खाम (दल ) क्रमशः चम्याल , लमगड़िया, वालिक और गहड़वाल तथा 7 थोकों के रणबांकुरों ने प्रतिभाग किया।

फल और फूल के साथ ही पत्थर फेकने की परम्परा के साथ खेली गये करीब दस मिनट तक चले बग्वाल युद्ध में 122 लोग घायल हुए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डोल आश्रम अल्मोड़ा के संत कल्याण दास थे। बग्वाल मेले में सांसद अजय टम्टा, स्थानीय विधायक पूरन फर्त्याल, अल्मोड़ा जिला अधिकारी ,पुलिस अधीक्षक इत्यादि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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