🌺🌹जय जय माँ आदिशक्ति🌹🌺 🙏🙏अखिलतारिणी🙏🙏
भक्तों के मनोरथ पूर्ण करने वाली है “मां अखिलतारिणी”, हजारों वर्षों से इस सिद्ध पीठ में दूरदराज से भक्त दर्शनों के लिए आते हैं
योगेश रेशवाल (ग्राम प्रधान मानाढुंगा) का लेख👉
देवभूमि उत्तराखण्ड के चम्पावत जनपद में अवस्थित माँ अखिलतारिणी का पावन धाम एक शक्ति-पीठ के रूप में हजारों वर्षों से भक्तों की आस्था का केन्द्र है। इस शक्ति-धाम में आने वाले हर श्रद्धालु का निश्चित ही माँ जगदम्बा की कृपा से हर मनोरथ पूर्ण होता है। इस धाम में मणिद्वीपाधिवासिनी माँ महाशक्ति को भक्तों/श्रद्धालुओं द्वारा अखिलतारिणी, उल्का, भीमा, सिद्धिदात्री, कालिकाभवानी आदि नामों से पूजा जाता है।
माँ अखिलतारिणी के इस धाम में प्रत्येक वर्ष आषाढ़ पूर्णिमा (गुरु पूर्णिमा) के अवसर पर विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। मेले में दूरदराज से भक्त जन आते हैं। मेले के अवसर पर भव्य रथ यात्रा/ डोली यात्रा निकाली जाती है
इस बार मंदिर में हर रोज 3-4 शादियां हो रही हैं। कोरोना महामारी के चलते लोग वेडिंग प्वाइंट मैं न जाकर मंदिर में शादी के लिए आ रहे हैं
विशेष सूचना👇
आषाढ़ पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले विशाल मेले का आयोजन इस वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना के कारण व प्रशासनिक निर्देशानुसार संक्षिप्त कर दिया गया है।
इस मेले में भक्तों के द्वारा निकाली जाने वाली रथयात्रा (डोला-यात्रा) को भी शासनादेश व परिस्थिति वशात् स्थगित कर दिया गया है। बाहर से आने वाले दुकानदारों पर भी मन्दिर समिति के द्वारा रोक लगा दी गई है।
पूर्णिमा-पर्व पर इस धाम की जो मूल परम्परा है, उसे पुजारी-धामी वर्ग सहित मुख्य कार्यकर्ताओं द्वारा ही ‘लाॅकडाउन व सामाजिक दूरी’ के निर्धारित नियमों का पालन करते हुए सम्पादित किया जाएगा।
मंदिर समिति द्वारा सभी देव डांगरो को बैठा कर समस्त क्षेत्रीय जनता द्वारा निर्णय लिया गया की इस बार मेला स्तगित किया जायेगा..