आखिरकार भगवानश्री केदारनाथ के रावल श्री भीमाशंकर लिंग जी महाराज , पंचकेदार शीतकालीन गद्दी स्थल ऊखीमठ पहुँच चुके हैं
प्रशासन की मौजूदगी में एकान्त वाश मैं रहेंगे
खबर रुद्रप्रयाग से है 👉 पिछले कई दिनों से केदारनाथ के रावल के महाराष्ट्र में अपने आश्रम नांदेड़ में होने के चलते उनके कपाट खुलने के मौके पर आने को लेकर प्रदेश सरकार काफी पशोपेश की स्थिति में थी।
पौराणिक परंपराओं के अनुसार केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना का काम रावल के प्रतिनिधि के रूप में मुख्य पुजारी करता है, लेकिन केदारनाथ की डोली के उच्च हिमालय रवाना होते समय मुख्य पुजारी को सकुशल यात्रा संपन्न करने की जिम्मेदारी रावल द्वारा पुजारी को दिए जाने की परंपरा है। इसी के चलते केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग को उखीमठ लाने की कवायद प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही थी।
रावल पिछले 16 अप्रैल को महाराष्ट्र के नांदेड़ से उखीमठ के लिए रवाना हुए थे,
आज 19 तारीख सुबह रविवार की सुबह प्रशासन की मौजूदगी में उखीमठ पहुंचे रावल भीमाशंकर लिंग।
फिलहाल उन्हें यहां होम क्वॉरेंटाइन मैं रखा जाएगा।