ताजा अपडेट 👉 मुख्यमंत्री का अल्मोड़ा दौरा, प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि निराश व हताश लोग सीएए का विरोध कर रहे, शरणागत को आश्रय देना भारतीय संस्कृति

Share

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सत्ता से निराश व हताश लोग नागरिकता संशोधन बिल पर षड्यंत्र रच भाजपा सरकार के खिलाफ भाजपा सरकार को बदनाम करने पर तुले हैं। भारतीय लोकतंत्र का इतिहास रहा है कि शरणागत को आश्रय देना भारतीय संस्कृति की पुरानी परंपरा रही है। श्री रावत यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से मुखातिब हुए, जहां उन्होंने यह बात कही। उन्होंने गांधी , नेहरु व पट्टा​भि सीतारमय्या के पुराने कोड कहकर भारतीय संस्कृति व विचारधारा को प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यहां सीएए कानून नागरिकता देने वाला है, न कि नागरिकता लेने वाला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दो सौ से अधिक अप्रवासियों ने उत्तराखंड में भारतीय नागरिकता के लिए चिहिन्त किए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा ऋषिकेश, देहरादून व उधम सिंह नगर में हैं। आंकड़ा बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में आजादी के समय 23 प्रतिशत जनसंख्या हिंदू थी, जो घटकर 2.7 प्रतिशत रह गई है। हिंदुस्तान की आजादी के समय भारत में 4 करोड़ मुसलमान थे आज बढ़कर 20 प्रतिशत हो गए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जबरन अल्पसंख्यकों का धर्मान्तरण, बलाश्रम व शादी—विवाह कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी बोल्ड प्रधानमंत्री हैं और सत्ता में आने के बाद उन्होंने एक के बाद एक बोल्ड निर्णय लिए हैं। वहीं कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस हृयूम की पार्टी हैं और विभाजन की नीति पर काम करती है। वहीं परंपरा आज भी कांग्रेस निभा रही है। उन्होंने सीएए को लेकर हंगामा कर रहे लोगों को अरबन नक्सली की संज्ञा दी। ये फैज़ की नज्म का दुरुपयोग कर अस्थिरता फैला रहे हैं। प्रेस वार्ता में विधायक सल्ट सुरेंद्र जीना, डिप्टी स्पीकर रघुनाथ सिंह चौहान, बाल विकास मंत्री रेखा आर्या, द्वाराहाट विधायक महेश नेगी, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल, जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, ​डीबीसी अध्यक्ष ललित लटवाल, महेश नयाल, प्रो. जीएस नयाल, पूर्व जिलाध्यक्ष गोविंद पिलख्वाल आदि मौजूद रहे।

कांग्रेस ने कभी नही किया देश की आज़ादी का समर्थन
अल्मोड़ा। सीएम त्रिवेंद्र ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के ​इतिहास में केवल बाल गंगाधर तिलक ही थे, जिन्होंने भारत की आज़ादी चाही थी। बाकि कांग्रेस तो कभी देश की आज़ादी के समर्थन में ही नही थी।

नागरिकता कानून के ​अलावा किसी मुद्दे पर सवाल नहीं। मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को सीधे हिदायत दे दी कि वह इस मौके पर उनसे सीएए के अलावा किसी भी अन्य मुद्दे पर बात नही करें।

You May Also Like