पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही यह पुरस्कार मरणोपरांत सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख और असम के प्रख्यात गायक भूपेन हजारिका को दिया गया। तीनों को जनवरी 2019 में इस सम्मान के लिए चुना गया था।
प्रणब मुखर्जी का राजनीतिक जीवन लगभग पांच दशकों का रहा। वे कांग्रेस से जुड़े रहे। इस दौरान वे इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पी. वी. नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकारों में विभिन्न प्रमुख पदों पर रहे। 2012-2017 तक वे राष्ट्रपति पद पर रहे। इससे पहले 2009 से 2012 तक केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में भी काम किया।
इस सम्मान की घोषणा के बाद उन्होंने कहा ‘मैं भारत की जनता के प्रति विनम्रता और कृतज्ञता की भावना के साथ इस सम्मान को ग्रहण करता हूं। मैंने हमेशा कहा है और फिर कह रहा हूं कि मुझे अपने महान देश के लोगों से उतना मिला है जितना मैंने दिया भी नहीं है