संसदीय चुनाव 2019 में राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी द्वारा की गई ताबड़तोड़ 58 रैलियाँ कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने और उनमें जोश भरने में कामयाब रही। भाजपा के पक्ष में इतने प्रचंड स्तर पर वोट पड़ी हैं तो इसका एक बड़ा कारण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अथक मेहनत रहा है। देखा गया कि मुख्यमंत्री अगर दिन में नैनीताल मैं जनसभा कर रहे हैं तो शाम को टिहरी और पौड़ी में कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन कर रहे हैं। अगले दिन तड़के हरिद्वार में जनता को संबोधित किया और कुछ ही घंटे बाद अल्मोड़ा की रैली को संबोधित करने चले गए। जीत के लिए उनके अनथक प्रयास सांसदों की विजय की नई इबारत (जिसमें विपक्षी प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए कई आगे निकल जाना शामिल है) लिख चुके हैं ।
2019 के संसदीय चुनाव के परिणाम राज्य में भाजपा की मजबूती के बहुत अच्छे संकेत दे गये। प्रत्याशी अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेसी प्रत्याशियों से बहुत अधिक मार्जिन के साथ जीते हैं। 2014 के संसदीय चुनावों की तुलना में इस बार सांसद कई अधिक मतों के अन्तर से विजयी हुए हैं।
संसदीय क्षेत्र वार मार्जिन पर एक नजर:-
2019 – 2014
अल्मोड़ा:- 232986 – 95690
गढ़वाल :- 302669 – 184526
हरिद्वार:- 258729- 177822
नैनीताल:- 339096 – 284717
टिहरी :- 300586 – 192503
इससे स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के प्रयासों को सफलता मिली है