“मौलिक कर्तव्य का महत्व, उनके निर्वहन तथा हमारे दायित्व”विषय पर केंद्रित रहा संविधान दिवस आयोजन

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हेमंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर एवं चौरास परिसर में संविधान दिवस की 70 वीं वर्षगांठ पर कार्यक्रम आयोजित किए गए. बिड़ला परिसर मैं आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल द्वारा किया गया.इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया. इसके साथ मौलिक कर्तव्यों का महत्व एवं उनके निर्वाहन के प्रति हमारा दायित्व विषय को लेकर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.


मुख्य अतिथि द्वारा अपने संबोधन में सभी को संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कर्तव्यों के निर्वहन के महत्व को स्पष्ट किया तथा साल भर तक चलने वाले इस कार्यक्रम को राज्यस्तरीय समन्वयक विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा सौंपने पर सन्नता व्यक्त की. आयोजन समिति से अपेक्षा की कि वे वर्षभर चलने वाले इन कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संपन्न करेंगे. इस अवसर पर उन्होंने कर्तब्यों को आत्मसात करने पर बल दिया.


कार्यक्रम के राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी प्रो0 एम एम सेमवाल ने सभी आगंतुक अतिथियों का स्वागत करते हुए वर्ष भर चलने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा मुख्य अतिथि को स्मृति स्वरूप तुलसी का पौधा भेंट किया. संविधान की प्रस्तावना के वाचन प्रोफेसर सीमा धवन द्वारा करवाया गया


इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर सी एस सूद ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा आज का दिन विशिष्ट है आज ही के दिन हमारा संविधान बनकर तैयार हुआ जो हमारे सामाजिक आर्थिक व राजनीतिक जीवन का आधार है अपने राष्ट्र को बेहतर बनाने के लिए हमें मौलिक कर्तव्यों का पालन करना जरूरी है. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर पीएस राणा ने कर्तव्यों के पालन पर विशेष जोर दिया विश्वविद्यालय के प्रति छात्रों के क्या कर्तव्य है छात्रों को उनका पालन करना जरूरी है. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर आर एन गैरोला ने अपने संबोधन में कहा कि हम भारत सरकार के आभारी हैं जिन्होंने 26 नवंबर को संविधान दिवस मानाने का निर्णय लिया. उन्होंने कहा अधिकारों से पहले हमें कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदार होना चाहिए
कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के सदस्य प्रोफेसर महावीर सिंह नेगी ने किया.
आयोजन समिति के सदस्य प्रोफेसर राकेश रकुंवर ने कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर सी एस सूद, छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित ने विशिष्ट अतिथि पी एस राणा, डॉ ज्योति तिवारी ने विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर आर एन गैरोला को स्मृति स्वरूप पौधे भेंट किये.
इसके साथ ही चौरास परिसर में में आयोजित कार्यक्रम में संविधान की प्रस्तावना के वाचन के साथ हीं राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के संविधान दिवस पर संबोधन के सीधे प्रसारण को दिखाया गया जिसे प्रोफेसर ए आर डंगवाल के निर्देशन में संपन्न किया गया. भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान वैभव सकलानी द्वितीय स्थान परितोष रावत तृतीय स्थान आयुष कुकरेती ने चतुर्थ स्थान प्रीति दानू ने प्राप्त किया. प्रतियोगिता संचालन डा जे पी भट्ट द्वारा किया गया. इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्य डॉ नितिन सती, डॉ प्रशांत कडारी, के साथ ही निर्णायक मंडल के सदस्य प्रोफेसर मोनिका गुप्ता डॉ आशुतोष गुप्ता प्रोफेसर आरएन गैरोला के साथ हीं मुख्य नियंता प्रोफेसर अरुण बहुगुणा, प्रोफेसर किरण डंगवाल,प्रो एम के सिंह . डॉक्टर ममता आर्य, अभियंता राजेंद्र प्रसाद सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.कार्यक्रम मे बड़ी संख्या मे विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने भाग लिया

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