आखिर किसने लिया फैसला बेस चिकित्सालय स्थित हार्ट केयर सेंटर बंद करने का

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सरकार पर है 92लाख रुपए का बकाया

नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट नई दिल्ली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओपी यादव ने कहा कि शासन द्वारा समय पर न तो अनुबंध को बढ़ाया गया और न ही लंबित देयकों का भुगतान किया गया।

अल्मोड़ा बेस चिकित्सालय स्थित हार्ट केयर सेंटर को बंद करने का फैसला लिया गया है। नेसनल हार्ट इंस्टीट्यूट नई दिल्ली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ यादव ने कहा के इंस्टीट्यूट द्वारा मजबूरन इस सेंटर को बंद करना पड़ा, क्योंकि सरकार द्वारा जनवरी 2019 से अब तक का इस्टीट्यूट का करीब 92 लाख रुपए का भुगतान नहीं किया गया और ना ही समझोते के तहत किए गए करार पर अमल किया गया।

डॉ यादव ने कहा कि बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा में हार्ट केयर सेंटर की स्थापना तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी के कार्यकाल में वर्ष 2009 में हुई थी। बाद में मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में सेवाएं प्रारंभ हुई।

शासन से बार-बार पत्राचार व दूरभाष पर वार्ता के बाद भी करार न बढ़ाने और लंबित भुगतान न होने के कारण 11 अगस्त 2019 से इंस्टीट्यूट द्वारा सेवा देने में असमर्थता जताने के बाद शासन के अधिकारियों द्वारा केवल मौखिक आश्वासन पर जनता को सुविधा देने हेतु नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट द्वारा अपनी सेवाएं जारी रखी गई। डॉ यादव ने कहा वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञों ने 216 दिन बेस चिकित्सालय में सेवाएं दी जिसमें 108 दिन मैंने स्वयं अपनी सेवाएं प्रदान की। गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए शासन की कार्यप्रणाली में त्वरित्ता की आवश्यकता थी परंतु ऐसा नहीं हो पाया। जिस कारण नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट द्वारा बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा में अपनी सेवाएं बंद करने का निर्णय लिया गया ।

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