लगन हो तो सब कुछ संभव है ठेठ पर्वतीय अंचलों में सामान्य परिवार में पले बढ़े होनहार अंकित कंडारी और नीरज सेमवाल बने डीएसपी

Share

अंकित कण्डारी व नीरज सेमवाल को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा 2016 मैं उतकृष्ट सफलता पाने के लिए ढेर सारा प्यार बधाई।

अंकित कण्डारी

अंकित कण्डारी जो कि बचपन से ही पढाई-लिखाई में बहुत ही होशियार और होनहार थे। जिसका उदाहरण इन्होंने उत्तराखंड बोर्ड की इण्टर मीडिएट परीक्षा की मैरिट श्रेणी में आकर दिया। सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले अंकित कण्डारी जी ने अपने पहले ही प्रयास में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा में सफलता अर्जित कर अपने माता पिता का ही नहीं अपितु पूरे पोखरी क्षेत्र का नाम रोशन किया है जिसके लिए समस्त क्षेत्रवासी अंकित के माता पिता को बधाई देने के साथ ही अपने क्षेत्र को भी गौरवान्वित महसूस कर रहे है।अंकित कण्डारी जी ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा 2016 में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जिसके लिए उन्हें पुलिस उपाधीक्षक ( डी.एस.पी) पद मिला है । बहुत ही साधारण अंकित पढाई लिखाई में इतना होनहार, होशियार था कि बी.टेक करने के बाद कई नामी गिरामी कम्पनियों के लाखों. करोड़ों के पैकेज को छोड़ने के साथ ही मर्चेन्ट नेवी के आफिसर पद को भी छोड़ दिया.. क्योंकि अंकित का लक्ष्य सिविल सर्विसेस का था और इसमें ये कामयाब भी हो गए।

अंकित कंडारी

नीरज सेमवाल

पीसीएस की परीक्षा में नीरज सेमवाल ने सातवीं रैंक हासिल की है ।नीरज सेमवाल मूल रूप से रुद्रप्रयाग जनपद के डांगी ग्राम के निवासी हैं जो कि एक सुदूर क्षेत्र है ।उनके पिता श्री चक्रधर सेमवाल खंड विकास अधिकारी के पद पर अगस्त्यमुनि में कार्यरत हैं उनकी माता गृहणी हैं।पूर्व में नीरज सेमवाल असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर अपनी सेवाऐं दे चुके हैं ,उसके बाद उन्होंने उत्तराखंड पीसीएस परीक्षा 2010में उतीर्ण कर वर्तमान में स्टेट टैक्स ऑफिसर के पद पर देहरादून में कार्यरत हैं। इस समय उन्होंने पीसीएस परीक्षा पास कर पूरे राज्य में सातवीं रैंक हासिल की है। जबकि पुलिस उपाधीक्षक की सूची में नीरज दूसरे स्थान पर हैं। नीरज सेमवाल का गांव डांगी रुद्रप्रयाग जिले का सूदूर क्षेत्र जो आज भी “बांगर’ क्षेत्र के नाम से जाना जाता हैं। उन्होंने प्रारभिक शिक्षा अगस्त्यमुनि से प्राप्त की।उन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस में प्रतिभाग किया। नीरज ने बीएससी एवं एम ए की उपाधि डीएवी कालेज देहरादून से प्राप्त की। नीरज बचपन से ही बहुत मेहनती थे उन्होंने ने अपना लक्ष्य पहले से ही तय कर दिया था। बांगर एवं केदार घाटी के वे रोल मॉडल हैं। नीरज की प्रेरणा से उनके साथी यूपीएससी की परीक्षा में सफल हुए हैं। नीरज के छोटे भाई दीपक भी उनसे प्रेरित होकर कर सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं। उनकी सफलता पर बांगर क्षेत्र, अगस्त्यमुनि क्षेत्र के लोग हर्षित हैं।

नीरज सेमवाल

चयनित अभ्यर्थियों की सूची


You May Also Like